कानपुर, 14 नवंबर 2024: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए चलाए जा रहे मिशन शक्ति फेज 5 के अंतर्गत Allenhouse Group of Institutions में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों, साइबर सुरक्षा, और महिला सुरक्षा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर पुलिस उपायुक्त (यातायात) श्रीमती अर्चना सिंह ने की, जिन्होंने छात्रों को यातायात नियमों और रोड़ सुरक्षा के प्रति जागरूक किया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी देना और उन्हें सुरक्षित नागरिक बनने के लिए प्रेरित करना था। इस अवसर पर पुलिस विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे, जिन्होंने छात्रों को अपने अनुभवों से शिक्षित किया और उन्हें विभिन्न सुरक्षा उपायों के बारे में बताया।
कार्यक्रम के प्रमुख बिंदु
1.यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा की जानकारी
- कार्यक्रम की शुरुआत यातायात नियमों से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा से हुई। अपर पुलिस उपायुक्त श्रीमती अर्चना सिंह ने छात्रों को सड़क पर सुरक्षित तरीके से चलने और यातायात नियमों का पालन करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि कैसे छोटी-छोटी लापरवाहियाँ बड़े हादसों का कारण बन सकती हैं।
- छात्रों को यातायात संकेतों, गति सीमा का पालन, हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग करने की अनिवार्यता के बारे में विस्तार से समझाया गया।
- उन्होंने यह भी बताया कि नशे में वाहन चलाना और मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए वाहन चलाना दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण है, इसलिए इन खतरनाक आदतों से बचना चाहिए।
2.साइबर सुरक्षा और साइबर फ्रॉड से बचाव
- वर्तमान समय में बढ़ते साइबर अपराधों को ध्यान में रखते हुए, छात्रों को साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी गई।
- एक लघु फिल्म के माध्यम से साइबर फ्रॉड, डिजिटल अरेस्ट, और ऑनलाइन ठगी से बचने के उपायों पर चर्चा की गई।
- छात्रों को बताया गया कि किसी भी अनजान व्यक्ति से ऑनलाइन निजी जानकारी साझा न करें और किसी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें।
- साथ ही, साइबर अपराध से संबंधित किसी भी घटना की रिपोर्ट करने के लिए हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी भी प्रदान की गई।
3.महिला सुरक्षा और छेड़छाड़ से बचाव
- इस कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा महिला सुरक्षा पर केंद्रित था। छात्राओं को छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न से बचने के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों और सेवाओं की जानकारी दी गई।
- कार्यक्रम के दौरान छात्राओं को बताया गया कि यदि उन्हें किसी प्रकार की असुरक्षा महसूस होती है या कोई अप्रिय घटना घटित होती है, तो वे 1090 वीमेन पावर लाइन, 181 महिला हेल्पलाइन, और 112 पुलिस आपातकालीन सेवा का उपयोग कर सकती हैं।
महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी
- 1076: मुख्यमंत्री हेल्पलाइन (जनता से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए)
- 1090: वीमेन पावर लाइन (महिला सुरक्षा और छेड़छाड़ से संबंधित)
- 181: महिला हेल्पलाइन (महिला सुरक्षा और सहायता के लिए)
- 112: पुलिस आपातकालीन सेवा (किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में)
- 102: गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए एम्बुलेंस सेवा
- 108: एम्बुलेंस सेवा (आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के लिए)
- 1098: चाइल्ड हेल्पलाइन (बच्चों की सुरक्षा और सहायता के लिए)
- 101: अग्नि समन सेवा (आग लगने की स्थिति में)
- 1930: साइबर हेल्पलाइन (साइबर अपराध और ऑनलाइन ठगी की शिकायतों के लिए)
Post a Comment